10th Class Hindi Gillu Lesson Notes Question Answer | दसवीं कक्षा हिंदी गिल्लू पाठ का नोट्स

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दसवीं कक्षा हिंदी गिल्लू पाठ का नोट्स प्रश्न उत्तर

लेखिका का नाम : महादेवी वर्मा

काल : 24 मार्च 1907 – सितंबर, निधन सन् 1987

स्थल : फरूखाबाद ।

कृतियाँ : यामा, सांध्यगीत, दीपशिखा, नीरजा, नीहार, अतीत के चलचित्र, स्मृति की रेखाएँ, पथ के साथी, मेरा परिवार, श्रृंखला की कड़ियाँ ।

प्रशस्ति : सेक्सरिया पुरस्कार, मंगला प्रसाद, द्विवेदी पदक आदि ।

‘यामा’ कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार ।

1. लेखिका ने कौए को क्यों विचित्र पक्षी कहा है?

उत्तर: लेखिका ने कौए को विचित्र पक्षी कहा है क्योंकि वे एक साथ समादरित, अनादरित, अति सम्मानित, अति अवमानित होते हैं।

2. गिलहरी का बच्चा कहाँ पड़ा था ?

उत्तर: गिलहरी का बच्चा गमले और दीवार के बीच पड़ा था।

3. लेखिका ने गिल्लू के घावों पर क्या लगाया ?

उत्तर: लेखिका ने गिल्लू के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाया।

4. वर्माजी गिलहरी को किस नाम से बुलाती थी ?

उत्तर: वर्माजी गिलहरी को गिल्लू के नाम से बुलाती थीं।

5. गिलहरी का लघु गात किसके भीतर बंद रहता था ?

उत्तर: गिलहरी का लघु गात लिफाफे के भीतर बंद रहता था।

6. गिलहरी का प्रिय खाद्य क्या था?

उत्तर: गिलहरी का प्रिय खाद्य काजू था।

7. लेखिका को किस कारण से अस्पताल में रहना पड़ा ?

उत्तर: लेखिका को अस्पताल में एक मोटर दुर्घटना में घायल होने के कारण रहना पड़ा।

8. गिलहरी गर्मी के दिनों में कहाँ लेट जाती थी ?

उत्तर: गिलहरी गर्मी के दिनों में सुराही पर लेट जाता था।

9. गिलहरी की जीवनावधि सामान्यतया कितनी होती है?

उत्तर: गिलहरी की जीवनावधि सामान्यतया दो वर्ष होती है।

10. गिलहरी की समाधि कहाँ बनायी गयी है?

उत्तर: गिलहरी की समाधि सोनजूही की लता के नीचे बनाई गई है।

1.लेखिका को गिलहरी किस स्थिति में दिखायी पड़ी ?

उत्तर: लेखिका को गिलहरी कौओं की चोंच से घायल निश्चेष्ट अवस्था में दिखायी पड़ी। वह दीवार और गमले की संधि में पड़ा था।

2. लेखिका ने गिल्लू के प्राण कैसे बचायें ?

उत्तर: लेखिका घायल गिल्लू को धीरे से उठाकर अपने कमरे में लायीं, फिर उन्होंने रुई से रक्त पोंछकर घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाया। इस तरह उन्होंने गिल्लू के प्राण बचाए।

3. लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था?

उत्तर: लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैर के पास आकर सर्र से परदे पर चढ़ जाता और तेजी से उतरता था।

4. वर्मा को चौंकाने के लिए वह कहाँ-कहाँ छिप जाता था ?

उत्तर: महादेवी वर्मा को चौकाने के लिए वह कभी फूलदान के फूलों में, परदों की चुन्नट में और सोनजूही की पत्तियों में छिप जाता था।

5. गिल्लू ने लेखिका की गैरहाजरी में दिन कैसे बिताये ?

उत्तर: लेखिका को मोटर-दर्घटना से कुछ दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ा। उन दिनों जब कोई दूसरा लेखिका का कमरा खोलता तब गिल्लू अपने झूले से उतरकर दौड़ता। अनजान व्यक्ति को देखकर तुरंत अपने घोंसले में जा बैठता। लेखिका के अस्पताल से लौटने तक उसने अपना प्रिय खाद्य काजू तक न खाया। इस तरह गिल्लू ने लेखिका की गैरहाजरी में दिन बिताये।

1. गिल्लू के कार्य-कलाप के बारे में लिखिए।

उत्तर: गिल्लू अपने घर में झूलता रहता था। लेखिका जब भी कुछ लिखने बैठती उन्हें आकर्षित करने के लिए परदे से उतरकर उनके पैर के पास जाता और ऊपर चढ़ जाता था। कभी-कभी घंटों मेज पर दीवार के सहारे खड़ा रहता था। दिन भर अन्य गिलहरियों के साथ उछलता कूदता रहता था। लेखिका को चौंकाने के लिए कभी फूलदान के फूलों में तो कभी परदे के चुन्नट में या सोनजूही की पत्तियों में छिप जाता था। उनके साथ खाना खाता था। यही गिल्लू के क्रिया-कलाप का वर्णन है।

2. लेखिका ने गिलहरी को क्या-क्या सिखाया ?

उत्तर: लेखिका जैसे ही खाने के कमरे में खाना खाने जाती गिलहरी खिड़की से निकलकर आँगन की दीवार बरामदा पार करते हुए मेज पर पहुँच जाता था। वह उनकी थाली में बैठ जाना चाहता था। लेखिका ने उसे थाली के पास बैठना सिखाया। थाली में से एक-एक चावल उठाकर खाना भी गिलहरी को लेखिका ने सिखाया।

3. गिल्लू के अंतिम दिनों का वर्णन कीजिए।

उत्तर: गिलहरियों की जीवन-अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती । अतः गिल्लू की जीवन-यात्रा का अंत आ गया। गिल्लू ने उस दिन सुबह से न कुछ खाया, और न वह बाहर गया। उसके पंजे ठंडे हो गए थे। लेखिका ने उसे गरम रखने का प्रयत्न किया। प्रभात की प्रथम किरण के साथ वह चिरनिद्रा में सो गया।

4. गिल्लू के प्रति महादेवी वर्मा जी की ममता का वर्णन कीजिए।

उत्तर: महादेवी वर्मा जी को पशु-पक्षियों से अत्यन्त प्रेम था। उन्होंने एक छोटे से जीव, गिलहरी के बच्चे के प्राण बचाए थे। वह लेखिका से अत्यन्त घुलमिल गया था। लेखिका को घर के अन्य पशु-पक्षियों से ज्यादा गिलहरी से लगाव था। उन्होंने उसकी पूरे दो साल तक देखभाल की थी। इस तरह हम कह सकते हैं कि गिल्लू के प्रति महादेवी वर्मा की ममता अपार थी।

  1. यह…………… भी विचित्र पक्षी है।
  2. उसी बीच मुझे………… में आहत होकर कुछ दिन अस्पताल में रहना पड़ा।
  3. गिल्लू के जीवन का प्रथम …………आया।
  4. मेरे पास बहुत……….हैं।
  5. गिल्लू की ………. का अंत आ ही गया।

उत्तर : 1. काकभुशुण्डि, 2)मोटर दुर्घटना, 3)बसंत, 4)पशु-पक्षी, 5) जीवन-यात्रा

  1. 1907 : महादेवी वर्माजी का जन्म :: 1987: मृत्यु ।
  2. गुलाब : पौधा :: सोनजुही : फूल.
  3. हँस : गोरा :: कौआ : काला
  4. कोयल : मधुर स्वर :: कौआ कर्कश स्वर।

1. कई घंटों के उपचार के उपरांत उसके मुँह में एक बूंद पानी टपकाया जा सका ।

उत्तर : ಬಹಳ ಗಂಟೆಗಳ ಉಪಚಾರದ ನಂತರ ಅದರ ಬಾಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಹನಿ ನೀರು ಹಾಕಿದರು. After many hours of treatment, a drop of water was put in his mouth.

2. इतने छोटे जीव को घर में पले कुत्ते बिल्लियों से बचाना भी एक समस्या ही थी।

उत्तर : ಇಷ್ಟು ಸಣ್ಣ ಜೀವವನ್ನು ಬೆಕ್ಕು ನಾಯಿಗಳಿಂದ ಕಾಪಾಡುತ್ತಾ ಮನೆಯಲ್ಲಿ ರಕ್ಷಿಸುವುದು ಒಂದು ಸಮಸ್ಯೆಯಾಗಿತ್ತು. It was difficult to save this small animal from cats and dogs.

3. दिन भर गिल्लू ने न कुछ खाया, न बाहर गया।

उत्तर : ದಿನ ಪೂರ್ತಿ ಗಿಲ್ಲು ಏನೂ ತಿನ್ನಲಿಲ್ಲ, ಆಚೆಯೂ ಹೋಗಲಿಲ್ಲ. Gillu did eat nothing nor went out throughout the day.

4. गिल्लू मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता था।

उत्तर : ಗಿಲ್ಲು ನನ್ನ ಹತ್ತಿರವಿದ್ದ ಉದ್ದ ಕಂಠದ ಮಣ್ಣಿನ ಮಡಕೆಯಮೇಲೆ ಮಲಗಿಕೊಳ್ಳುತ್ತಿತ್ತು.

Gillu was lying on the pot which was kept nearby.

(मयूरी, लेखिका, श्रीमती, कुतिया)

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
1. लेखकलेखिका
2. श्रीमानश्रीमती
3. मयूरमयूरी
4. कुत्ताकुतिया
एकवचनबहुवचन
1.ऊँगलीऊँगलियाँ
2.आँखआँखें
3. पूँछपूँछें
4. खिड़कीखिड़कियाँ
5. फूलफूल
6. पंजापंजे
7. लिफाफालिफाफे
8. कौआकौए
9. गमलागमले
10. घोंसलाघोंसले
क्रिया प्रथम प्रेरणार्थकद्वितीय प्रेरणार्थक
1.चिपकना
निकलना
मिलना
चिपकाना
निकालना
मिलाना
चिपकवाना
निकलवाना
मिलवाना
2.देखना
छेड़ना
भेजना
दिखाना
छिड़ाना
भिजवाना
दिखवाना
छिड़वाना
भिजवाना
3.सोना
रोना
धोना
सोलाना
रुलाना
धुलाना
सुलवाना
रुलवाना
धुलवाना
4.पीना
सीना
पिलाना
सिलाना
पिलवाना
सिलवांना
5.माँगना
बाँटना
माँझना
जाँचना
मँगाना
बँटाना
मँझाना
जँचाना
मँगवाना
बँटवाना
मँझवाना
जँचवाना

निकट X दूर

  1. 1.दिन X रात
  2. भीतर X बाहर
  3. चढ़ना X उतरना

विश्वास X अविश्वास

  1. प्रिय X अप्रिय
  2. संतोष X असंतोष
  3. स्वस्थता X अस्वस्थता

आदर X अनादर

  1. उत्तीर्ण × अनुत्तीर्ण
  2. उपस्थिति × अनुपस्थिति
  3. उचित × अनुचित
  4. उपयोग X अनुपयोग

ईमान × बेईमान

  1. होश X बेहोश
  2. खबर X बेखबर
  3. रोजगार X बेरोज़गार

बलवान X बलहीन

  1. बुद्धिमान * बुद्धिहीन
  2. शक्तिमान X शक्तिहीन
  3. दयावान X दयाहीन

धनी X निर्धन

  1. जन X निर्जन
  2. बल X निर्बल
  3. गुण X दोष

(खाना, शरीर, चिकित्सा, इलाज, देह, तलाश, भोजन, साहस, अचरज, धैर्य, ढूँढ, आश्चर्य)

उदाहरण

उपचार – चिकित्सा

  1. गात – शरीर, देह
  2. आहार – खाना, भोजन
  3. विस्मय – अचरज, आश्चर्य
  4. हिम्मत – साहस, धैर्य
  5. खोज – तलाश, ढूँढ, अन्वेषण

उदा :

गमले के चारों ओर -संबंधकारक

  1. मुँह में एक बूंद पानी – अधिकरण कारक
  2. गिल्लू को पकड़कर – कर्म कारक
  3. जीवन का प्रथम – संबंध कारक वसत
  4. खिड़की की खुली जाली – संबंध कारक
  5. मैं ने कीलें निकाल – कर्ता कारक कर
  6. झूले से उतरकर – अपादान कारक
  7. सुराही पर लेट जाता -अधिकरण कारक
  8. कुछ पाने के लिए – संप्रदान कारक
मोकुयू
त्तारू
हंबू
रुबिल्लीकौ

उत्तर : 1. मोर 2) हंस 3)कुत्ता 4) बिल्ली 5)गरुड 6)कबूतर 7)कौआ 8)मगर

  1. तल्लीन – तः + लीन
  2. दिगंबर – दिक् + अंबर
  3. सद्गति – सत् + गति
  4. चिदानंद – चित् + आनंद
  5. सज्जन – सत् + जन

सदाचार, गिरीश, वागीश, इत्यादि, सदैव, नयन, जगन्नाथ, महोत्सव, षड्दर्शन, जगन्मोहन

स्वर संधि – व्यंजन संधि

गिरीश – सदाचार

इत्यादि – वागीश

सदैव – नयन

महोत्सव – जगन्नाथ, षड्दर्शन, जगन्मोहन

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